दोस्तों आज हम आपको इस पोस्ट में वाराणसी की यात्रा से जुड़ी जानकारी देने वाले है और आपको इस यात्रा से जुड़े कई सारे सवालों के जवाब भी इस पोस्ट में मिल जाएंगे।
Table of Contents
जैसा की आप सभी को पता है कि वाराणसी पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध माना जाता है।
वाराणसी को अन्य किन नामों से जाना जाता है?
वाराणसी पूरे विश्व भर में एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। वाराणसी को बनारस , काशी के नाम से भी जाना जाता है। प्रत्येक वर्ष वाराणसी में देश विदेश से लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं और यहां आकर वाराणसी के प्रसिद्ध स्थानों का भ्रमण करते हैं।
दोस्तों जब कोई व्यक्ति किसी जगह की यात्रा का प्लान बनाता है तो उस व्यक्ति के मन में उस यात्रा से जुड़े कई सारे सवाल उत्पन्न होते हैं। इसी प्रकार आज हम आपको वाराणसी की यात्रा(Varanasi ki Yatra) से जुड़े सवालों के जवाब बताने वाले हैं
लोगों के वाराणसी की यात्रा (Varanasi ki Yatra) से जुड़े सवाल कुछ इस प्रकार रहते हैं जैसे
1. भारत में वाराणसी(Varanasi) कहां स्थित है?
2. वाराणसी कैसे पहुंचे?
3. आखिर क्यों वाराणसी(Varanasi) यानी काशी इतना प्रसिद्ध है?
4. काशी(वाराणसी) के प्रमुख मंदिर कौन कौन से हैं?
5. काशी में गंगा नदी के किनारे कितने घाट हैं? इन घाटों को कैसे घूमें?
6. वाराणसी में कहां रुकें? या यहां आए हुए पर्यटक कहां शरण ले सकते हैं?
दोस्तों सबसे पहले हम जानेंगे कि भारत मे वाराणसी (Varanasi) कहां पर स्थित है?
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वाराणसी (Varanasi) यानी बनारस हमारे भारत देश के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है। वाराणसी को काशी के नाम से भी जाना जाता है। वाराणसी को विश्व भर में एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल माना जाता है यहां पर देश विदेश से पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है।
वाराणसी (Varanasi) कैसे पहुंचे?
जब भी लोग वाराणसी को घूमने का प्लान बनाते हैं तो उनके मन में सबसे पहले यह सवाल आता है की वाराणसी कैसे पहुंचा जाए?
वाराणसी पहुंचाने के लिए हम आपको अलग अलग मार्गों की अलग लग जानकारी देने वाले हैं जैसे।
1. रेल मार्ग से वाराणसी कैसे पहुंचे?
2. हवाई मार्ग से वाराणसी कैसे पहुंचें?
3. सड़क मार्ग से वाराणसी कैसे पहुंचें?
1. रेल मार्ग से वाराणसी (Varanasi) कैसे पहुंचे?
यदि आपने वाराणसी आने के लिए रिलार्ग का चयन किया है। तो जानकारी के लिए आपको बता दें कि वाराणसी के सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन वाराणसी जंक्शन (Varanasi jankshan) और मंडुवाडीह जंक्शन ( Manduadih Jankshan) हैं यहां लगभग देश के सभी बड़े राज्यों से रेल आती हैं जिनमें सफर करके आप आसानी से वाराणसी (Varanasi) पहुंच सकते हैं।इसके अलावा यहां पर एक और रेलवे स्टेशन है मुगलसराय जंक्शन जो की मुख्य स्थल से लगभग 30 मिनट की दूरी पर स्थित है। यहां आकर भी आप वाराणसी आसानी से पहुंच सकते हैं।
2. हवाई मार्ग से वाराणसी (Varanasi) कैसे पहुंचें?
वाराणसी (Varanasi) आने के लिए बहुत से पर्यटक हवाई मार्ग को चुनते हैं यदि आपने भी वाराणसी आने के लिए हवाई मार्ग का चयन किया है तब हम आपको बता दें कि वाराणसी (Varanasi) का नजदीकी हवाई अड्डा (एयरपोर्ट) लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डा ( Lal Bahadur Shastri Airport) है यह एयरपोर्ट वाराणसी मुख्य शहर से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यहां आकर आप किसी वाहन जैसे बस या प्राइवेट टैक्सी 25 किलोमीटर की दूरी तय करके आसानी से वाराणसी (Varanasi) पहुंच सकते हैं।
3. सड़क मार्ग से वाराणसी (Varanasi) कैसे पहुंचें?
अगर आपने वाराणसी (Varanasi) आने के लिए सड़क मार्ग को चुना है तो आप बस में यात्रा करके आसानी से वाराणसी पहुंच सकते हैं क्योंकि यहां देश के लगभग सभी बड़े शहरों से बसें आती रहती हैं। यदि आप अपने निजी वाहन से यहां आ रहे हैं तब भी आप वाराणसी (Varanasi) यानी काशी आसानी से पहुंच सकते हैं।
आखिर क्यों वाराणसी(Varanasi) यानी काशी इतना प्रसिद्ध है? (Varanasi kyo Prasiddh hai?)
जैसा कि आप सभी जानते हैं वाराणसी यानी काशी को पूरी दुनिया भर में प्रसिद्ध स्थल के रूप में माना जाता है। वाराणसी(Varanasi) के प्रसिद्ध होने के कई सारे कारण हैं जैसे कि यहां का “श्री काशी विश्वनाथ मंदिर” और गंगा नदी के किनारे बने हुए अनेकों घाट।
काशी के बारे में कहा जाता है की यहां पर गंगा नदी के किनारे लगभग 84 घाट बने हुए हैं और प्रत्येक घाट से जुड़ी हुई अलग-अलग कहानियां समाज में प्रचलित हैं।
काशी यानी वाराणसी में और भी कई सारे प्रमुख मंदिर स्थित हैं जिसके कारण यह पूरी दुनिया भर में एक पवित्र एवम प्रसिद्ध स्थान माना जाता है।
काशी(वाराणसी) के प्रमुख मंदिर कौन कौन से हैं?
वाराणसी में कई सारे प्रमुख मंदिर हैं जिनका अपना अपना महत्व और मान्यता है।
काशी यानी वाराणसी के प्रमुख मंदिर इस प्रकार हैं
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर :
वाराणसी में स्थित “श्री काशी विश्वनाथ मंदिर” भगवान शिव को समर्पित है इस मंदिर को “स्वर्ण मंदिर” के नाम से भी जाना जाता है। काशी में भगवान शिव का प्राचीन काल से ही अत्यधिक महत्व रहा है श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में स्थापित शिवलिंग वाराणसी को महादेव की भक्ति , धार्मिक और आध्यात्मिक प्रसिद्धि प्रदान करता है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर यानी स्वर्ण मंदिर के दर्शन करने के लिए पूरी दुनिया भर से पर्यटक यहां आते हैं और यहां आकर भगवान शिव से अपनी अपनी आराधना करते हैं और इस मंदिर में भक्तों की कतार लगी रहती है। इस प्रकार “श्री काशी विश्वनाथ मंदिर” विश्व प्रसिद्ध मंदिर माना जाता है।
मृत्युंजय महादेव मंदिर:
यह मंदिर वाराणसी का एक प्रसिद्ध मंदिर है। भगवान शिव का मृत्युंजय महादेव मंदिर , काल भैरव मंदिर के नजदीक दारानगर मार्ग पर स्थित है। इस मंदिर का अलग ही धार्मिक महत्व है। और यहां पर भक्तों का आना जाना लगा रहता है।
कालभैरव मंदिर:
कालभैरव मंदिर वाराणसी का प्राचीन एवम प्रसिद्ध मंदिर है यह मंदिर वाराणसी में विशेसगंज में हेड पोस्ट ऑफिस के पास स्थित है। यहां की मान्यता है की भगवान कालभैराव को “वाराणसी के कोतवाल” के नाम से भी जाना जाता है बिना इनकी आज्ञा के कोई भी व्यक्ति काशी में नहीं रह सकता है। रविवार को भगवान कालभैराव के दर्शन के लिए शुभ दिन माना जाता है।
तुलसी मानस मंदिर:
वाराणसी में तुलसी मानस मंदिर भगवान श्री राम के निर्मित है। और ऐसा माना जाता है कि यह मंदिर उसी स्थान पर स्थित है जहां महान मध्यकालीन में गोस्वामी तुलसीदास रहा करते थे और इसी स्थान पर रहकर वह महाकाव्य “श्री रामचरितमानस” को लिखा करते थे। और यह महाकाव्य प्रभु श्री राम के जीवन का वर्णन करता है और यहां इस मंदिर में आज भी इस श्री रामचरितमानस महाकाव्य के छंद दीवारों पर अंकित हैं।
भारत माता मंदिर:
भारत माता मंदिर वाराणसी के प्रमुख मंदिरों में गिना जाता है इस मंदिर का उद्घाटन 1936 में महात्मा गांधी के द्वारा किया गया था। और इस मंदिर में भारत माता का मानचित्र लगा हुआ है। पर्यटक इस मंदिर में भी घूमने के लिए आते रहते हैं।
काशी (वाराणसी) में गंगा नदी के किनारे कितने घाट हैं? इन घाटों को कैसे घूमें?
जैसा की आप सभी ने काशी यानी वाराणसी के बारे में सुना होगा की यहां पर गंगा नदी के किनारे सबसे अधिक घाट बने हुए हैं । गंगा नदी के किनारे बने ये घाट हिंदू धर्म और संस्कृति का प्रतीक माने जाते हैं और प्रत्येक घाट के निर्माण के पीछे कोई न कोई कहानी समाज में प्रचलित है।
काशी में गंगा नदी के किनारे लगभग 84 घाट बने हुए हैं और यहां पर बना प्रत्येक घाट अपना अलग ही महत्व रखता है।
अब बात आती है की काशी में गंगा नदी के किनारे बने घाटों को कैसे घूमें? या इन घाटों का भ्रमण कैसे करें?
दोस्तों वाराणसी यानी काशी में गंगा नदी के किनारे लगभग 84 घाट बने हुए हैं और प्रत्येक घाट का अपना अलग ही महत्व है यहां पर देश-विदेश से पर्यटक घाटों पर घूमने के लिए आते हैं और एक साथ इतने घाट बने देखकर पर्यटक आश्चर्यचकित रह जाते हैं।
यदि आप यहां के सभी घाटों पर घूमना चाहते हैं तो आप यहां के नाव चलाने वाले किसी व्यक्ति यानी नाविक से संपर्क करें जिससे की नाविक अपनी नाव के द्वारा आपको इन सभी घाटों के दर्शन करवा देगा और प्रत्येक घाट से जुड़ी कहानियां भी आपको बताता रहेगा।
इस प्रकार आप इन सभी घाटों पर जाकर घूम सकते हैं।
काशी में गंगा नदी पर होने वाली सुबह यानी प्रातः कालीन दृश्य का नजारा:
दोस्तों वाराणसी (varanasi) यानी काशी में प्रातः कालीन दृश्य बहुत ही सुंदर और सुहावना दिखाई। आप इस प्रातः कालीन दृश्य को गंगा नदी पर बने घाटों पर जाकर देख सकते है। यदि आप इस दृश्य को देखना चाहते हैं तो आपको सुबह जल्दी उठकर गंगा नदी पर बने इन घाटों पर पहुंच जाना चाहिए जिससे कि आप यहां पर होने वाली सुबह यानी प्रातः कालीन दृश्य का नजारा देख सकते हैं।
इस प्रकार आप वाराणसी (बनारस) यानी काशी में आकर यहां पर बने प्रमुख मंदिरों में और गंगा नदी के किनारे बने घाटों पर घूम सकते हैं। और वाराणसी (Varanasi) की यात्रा का आनंद उठा सकते हैं।
वाराणसी में कहां रुकें? या यहां आए हुए पर्यटक कहां शरण ले सकते हैं?
दोस्तों जब भी हम किसी यात्रा पर निकलने का प्लान बनाते हैं तो सबसे पहले हमारे मन में यह आता है कि वहां जाकर हम कहां शरण लेंगे या कहां पर ठहरेंगे। इसी प्रकार
वाराणसी आने वाले पर्यटकों का भी यही सवाल रहता है की यहां आकर उन्हें कहां ठहरना चाहिए जिससे की वो आसानी से यहां के प्रसिद्ध स्थानों को घूम सकें।
तो आइए हम आपको बताते हैं की वाराणसी में आपको घूमने के उद्देश्य से कहां पर शरण लेनी चाहिए।
यदि आप यहां आकर होटल (Hotel) में ठहरना चाहते हैं तो आपको गोदौलिया चौराहा के आस पास के किसी होटल में ठहरना चाहिए क्योंकि यहां से सभी घाट और मंदिर काफी नजदीक पड़ते हैं और आप पैदल ही घाट और मंदिरों के दर्शन करने के लिए जा सकते हैं।
यदि आप यहां काम खर्चें में ही शरण लेना चाहते हैं तो आपको यहां पर कई सारी धर्मशालाएं और आश्रम मिल जाएंगे जिनमें आप आसानी से ठहर सकते हैं। और आपका खर्चा भी काम होगा।
इस प्रकार आप हमारी इस पोस्ट को पूरा पढ़कर वाराणसी की यात्रा(Varanasi ki Yatra) से जुड़े सवालों के जवाब और इससे कई सारी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं।
You may also like to read – >नैमिषारण्य (Naimisharanya – Neemsar) चक्र तीर्थ स्थल धाम